दूर-दूर तक नजर आएंगे कैदी… जानिए दिल्ली के तिहाड़ गांव की कहानी
Tihar Village Story: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल लाया गया जहां उन्हें जेल नंबर 2 में रखा जाएगा। दिल्ली शराब नीति मामले में उन्हें 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आइए जानते हैं तिहाड़ जेल से जुड़ी एक रोचक कहानी जो दिल्ली और देश के लोगों के बीच काफी चर्चा में रहती है।
हाइलाइट्स
- तिहाड़ जेल देश के आजाद होने के 10 साल बाद 1957 में बनकर तैयार हो गई थी
- यह जेल दिल्ली के तिहाड़ गांव के पास बनाई गई थी, इसलिए इसका नाम तिहाड़ पड़ा
- तिहाड़ जेल काफी बड़ी जेल है, इस समय तिहाड़ जेल में करीब 25 हजार कैदी हैं
नई दिल्ली: शराब घोटाला मामले में दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद केजरीवाल को सोमवार को तिहाड़ जेल लाया गया। केजरीवाल को 21 मार्च को ईडी ने आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। जेल के एक अधिकारी ने कहा, ‘उन्हें तिहाड़ जेल लाया गया और उन्हें जेल नंबर 2 में रखा जाएगा। उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। उन्हें एक अलग कोठरी में रखा जाएगा।’
पिछले साल अक्टूबर में इसी मामले में गिरफ्तार किए गए आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह को पहले जेल नंबर 2 में रखा गया था, लेकिन हाल ही में उन्हें जेल नंबर 5 में शिफ्ट कर दिया गया था। इसी मामले में जेल में बंद दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल नंबर एक में बंद हैं, जबकि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता के. कविता महिला जेल की जेल नंबर 6 में हैं। तिहाड़ जेल में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की एंट्री के बाद से ही तिहाड़ जेल एक बार फिर चर्चा में है। तिहाड़ जेल दिल्ली के तिहाड़ गांव में बनाई गई है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी रोचक बातें।
तिहाड़ गांव का इतिहास
देश की राजधानी दिल्ली की हर जगह किसी ने किसी चीज के लिए फेसम हैं। कुछ जगह पर्यटन के लिए तो कुछ जगहों पर फेमस मार्केट हैं। दिल्ली में ऐसी ही एक जगह तिहाड़ जेल है। तिहाड़ जेल को लेकर लोगों के मन में काफी जिज्ञासा देखने को मिलती है। हालांकि यह एक जेल है, लेकिन, लोगों में यह अपने नाम और अन्य कई कारणों की वजह से काफी फेमस है। तिहाड़ जेल से जुड़ी कई कहानियां और कई बातें भी लोगों में काफी ज्यादा चर्चित हैं। तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में बताया कि तिहाड़ जेल देश के आजाद होने के 10 साल बाद 1957 में बनकर तैयार हो गई थी। यह जेल दिल्ली के तिहाड़ गांव के पास बनाई गई थी। इसलिए इसका नाम तिहाड़ पड़ा। उन्होंने बताया कि जेल का विस्तार होता रहा और पूरे गांव में फैल गई। वहीं तिहाड़ जेल कितनी बड़ी है, उसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इस वक्त तिहाड़ जेल में लगभग 25,000 कैदी हैं।
दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी जेल है तिहाड़
तिहाड़ जेल (Tihar Jail) तिहाड़ जेल भारत के साथ-साथ दक्षिण एशिया में जेलों का सबसे बड़ा परिसर है। यह नई दिल्ली के पश्चिम में जनकपुरी से 3 किमी दूर तिहाड़ गांव में स्थित है। मूल रूप से, तिहाड़ जेल (Tihar Jail) पंजाब राज्य की ओर से संचालित अधिकतम सुरक्षा वाली जेल थी। 1966 में इसका नियंत्रण दिल्ली को ट्रांसफर कर दिया गया था। जेल को एक सुधारक संस्था के रूप में स्टाइल किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य अपने कैदियों को उपयोगी कौशल, शिक्षा और कानून के प्रति सम्मान प्रदान करके समाज के सामान्य सदस्यों में परिवर्तित करना है।